Ek Tha Ramu
- Author: Ashok Sakseria
- Illustrator: Nilesh Gehlot
- Publisher: Jugnoo Prakashan, an imprint of Ektara Trust
- Product Code: Story Collection
- Availability: In Stock
आप अपनी गली के कुत्तों को कितना जानते हैंॽ जिनको किसी ने नहीं पाला वो सभी के भरोसे हमारे साथ रहते हैं। ‘एक था रामू’ भी गली के एक कुत्ते की कहानी है; जो ज़रा सी देखभाल से लेखक का आत्मीय बन गया। नीलेश गहलोत ने किताब के चित्र बनाये हैं, उन्होंने सिर्फ रामू नहीं बनाया। उसके दूसरे अनाम साथियों के चित्र भी बनाये। इनमें आप अपनी गली के कुत्ते को पहचान सकते हैं। रामू के ज़रिये से यह कहानी भी यही कहती है।
Age | |
Age | 9+ |
Book Details | |
Author | Ashok Sakseria |
Illustrator | Nilesh Gehlot |
Publisher | Jugnoo Prakashan, an imprint of Ektara Trust |
Year | 2024 |
Binding | Paperback |
ISBN | 978-81-9703-270-7 |
No. of Pages | 16 |
Size | 8.5×8.5 inches |
Colour | Four Colour Print |
Frequently Bought Products
Jirhul
आपने कितने फूलों की बात सुनी हैॽ कितनों के पास दो घड़ी रहे हैंॽ फूल हो कि कुछ और हम कुछ के नाम ही जानते हैं। सिर्फ कुछ को जानने से सिर्फ कुछ ही ‘खास’ ..
Rs 90.00 Ex Tax:Rs 90.00
Hari Patang Pe Hara Patanga
कथा शुरू ऐसे होती है ……….एक है घोड़ा दो सवार हैं ….तीन लोक के चार द्वार हैं। यह अपनी हरियाली के लिये अपना बादल आप बनाने के सफर का किस्सा है। भटक भटक ..
Rs 150.00 Ex Tax:Rs 150.00
Dhunna Kai Padiya
लोक के विलोप की भाषा में कहा जाता है “भैंस दूध देती है।” लोक की भाषा में भैंस क्या काम आती है, यह बाद की बात होती है। पहले भैंस का एक नाम होता है। उस..
Rs 40.00 Ex Tax:Rs 40.00
The Saw
A tree is not just a tree. It is also a little bit air, a little sun, a little bit color, a little sky, and a little bit water. When it is cut, a litt..
Rs 70.00 Ex Tax:Rs 70.00
Godown
Master storyteller, Vinod Kumar Shukla’s very moving short story of a man who wants to live in a house with a tree. His present house has a karanj tre..
Rs 75.00 Ex Tax:Rs 75.00
Saat Patton Wala Ped
यह किताब पढ़ी तो लगा कि सुशील शुक्ल पेड़ों की भाषा जानते हैं। पेड़ की भाषा जानने वाले मिट्टी, हवा, रंग और पानी भी भाषा भी जानते हैं। कि पेड़ की भाषा ..
Rs 55.00 Ex Tax:Rs 55.00